Best 90+ Khamoshi Shayari in Hindi

Khamoshi Shayari in Hindi: जब हम दुखी होते हैं, तो हम अक्सर खामोश हो जाते हैं। ऐसा महसूस करने के कई कारण हो सकते हैं। अगर कोई हमें चोट पहुँचाता है, हमें गुस्सा दिलाता है, या अगर कोई ऐसा व्यक्ति जिसकी हम परवाह करते हैं, हमें छोड़ देता है, तो हम बात करना बंद कर सकते हैं। इसे हम “हमारे दिल की खामोशी” कहते हैं। जब हम इस तरह महसूस करते हैं, तो हम किसी से बात नहीं करना चाहते; हम बस खोया हुआ और चुप महसूस करते हैं।
इस लेख में, हमारे पास खामोशी के बारे में कुछ खास कविताएँ और संदेश हैं जो आपको पसंद आ सकते हैं। अगर आप दुखी महसूस कर रहे हैं क्योंकि किसी ने आपको चोट पहुँचाई है, तो आप अपने दोस्तों और परिवार को यह बताने के लिए अपने WhatsApp स्टेटस पर ये संदेश साझा कर सकते हैं कि आप कैसा महसूस कर रहे हैं।
Khamoshi Shayari

गौर से सुनेगा तो एक शोर सुनाई देगा
खामोश जुबां से कुछ और सुनाई देगा !!
अच्छा करते है वो लोग जो मोहब्बत का इज़हार नहीं करते
ख़ामोशी से मर जाते है मगर किसी को बदनाम नहीं करते !!

मेरे ख्यालों में वो रहती है मुझे अपना वो कहती है
फिर भी कभी-कभी वो खामोश रहती है !!
ख़ामोशी से जब तुम भर जाओगे
चीख लेना थोडा वरना मर जाओगे !!

उसकी खामोशी में कुछ बात है दिल में बहुत आवाज है
बाहर से चुप है वो पर दिल में छुपी कोई बात है !!
शब-ए-हिज्रां बुझा बैठी हूँ मैं सारे सितारे पर
कोई फ़ानूस रौशन है ख़मोशी से मेरे अंदर !!
Rishte Khamoshi Shayari

सोचा था की ख़ामोश रहकर हर जंग जीत लेंगे
क्या पता था कि लोग उसका भी गलत मतलब निकाल लेंगे !!
मेरे रूठ जाने से अब उनको कोई फर्क नहीं पड़ता
बेचैन कर देती थी कभी जिस को ख़ामोशी मेरी !!

उसने कुछ कहा भी नहीं और मेरी बात हो गई
बड़ी अच्छी तरह से उसकी खामोशी से मुलाक़ात हो गई !!
ख़ामोश शहर की चीखती राते
सब चुप हैं पर, कहने को है कई बातें !!

कुछ दिनों से बेज़ार होते जा रहा हूँ मैं
यार बहुत हुआ अब ख़ामोश होने जा रहा हूँ !!
कभी ख़ामोश बैठोगे कभी कुछ गुनगुनाओगे
हम उतना याद आयेंगे जितना तुम हमें भुलाओगे !!
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Heart Touching Khamoshi Shayari

अग़र मोहब्बत नही थी तो फक़त एक बार बताया तो होता
ये कम्बख़त दिल तुम्हारी ख़ामोशी को इश्क़ समझ बैठा !!
आंखों से बात करना कोई उनसे सीखे
खामोश रहकर भी बातें करना उनसे सीखे !!

चलो अब जाने भी दो क्या करोगे दास्ताँ सुनकर
ख़ामोशी तुम समझोगे नहीं और बयाँ हम से होगा नहीं !!
मेरी ख़ामोशी में सन्नाटा भी हैं और शोर भी हैं
तूने गौर से नहीं देखा, इन आखों में कुछ और भी हैं !!

उसे बेचैन कर जाऊंगा मैं भी
ख़ामोशी से गुजर जाऊंगा मैं भी !!
ख़ामोश हो जा ऐ दिल यहां अब तेरा काम नही
लब तो कब से ख़ामोश है लब पे तेरा अब नाम नही !!
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Waqt Khamoshi Shayari

मेरी खामोशियों में भी फसाना ढूँढ लेती है
बड़ी शातिर है ये दुनिया
मजा लेने का बहाना भी ढ़ूँढ लेती है !!
तुमसे ज्यादा तुम्हारे ख्यालों ने सताया है
बातों का अफ़सोस नहीं तेरी ख़ामोशी ने रुलाया है !!

ख़ामोशी को इख़्तियार कर लेना
अपने दिल को थोड़ा बेकरार कर लेना
जिन्दगी का असली दर्द लेना हो तो
बस किसी से बेपनाह प्यार कर लेना !!
वो है ख़ामोश तो यूँ लगता है
हम से रब रूठ गया हो जैसे !!

अजीब है मेरा अकेलापन न खुश हु
न उदास हूँ बस अकेला हु और खामोश हूँ !!
जज्बात कहते हैं, खामोशी से बसर हो जाएँ
दर्द की मर्जी हैं कि दुनिया को खबर हो जाएँ !!
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Khamoshi Shayari in Hindi

लब तो खामोश रहेंगे ये वादा है मेरा तुमसे
अगर कह बैठी कुछ निगाहें तो खफा मत होना !!
दिल की धड़कने हमेशा कुछ-न-कुछ कहती हैं
कोई सुने या न सुने ये ख़ामोश नहीं रहती हैं !!

उसकी कई बात चुभती है तीर की तरह
पर चुप रहती हूं मैं बेजान तस्वीर की तरह !!
जब ख़ामोश आखों से बात होती हैं
ऐसे ही मोहब्बत की शुरूआत होती हैं !!

मेरी खामोशी देखकर मुझसे ये जमाना बोला कि
तेरी संजीदगी बताती है तुझे हँसने का शोक था कभी !!
खामोशी और उदासी भरी एक शाम आएगी
मेरी एक तस्वीर सम्भाल कर रखना तुम्हारे काम आएगी !!
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Shayari on Khamoshi

प्यार में बहुत कुछ सहना पड़ता है
कभी-कभी खामोश रहना पड़ता है !!
कैसी है ये मोहब्बत कैसा ये प्यार है
एक तरफ है ख़ामोशी एक तरफ इंतज़ार है !!

बेपनाह प्यार है तुमसे जीवन निसार है तुमपे
खामोश न रहो न तुम ये सांसें चलती है तुमसे !!
वो है ख़ामोश तो यूँ लगता है
हम से रब रूठ गया हो जैसे !!
राज खोल देते हैं नाजुक से इशारे कितनी ख़ामोश अक्सर
मोहब्बत की जुबान होती हैं खामोशी शायरी !!
2 Line Khamoshi Shayari

एक अरसे से ख़ामोश हैं ये निग़ाहें मेरी
बयाँ करें आँखों से ऐसा कुछ बचा ही नहीं !!
चुभता तो बहुत कुछ हैं मुझे भी तीर की तरह
लेकिन खामोश रहता हूँ तेरे साये की तरह !!

बहुत अलग सा है मेरे इश्क़ का हाल
तेरी एक ख़ामोशी और मेरे लाखों सवाल !!
हम लबों से कह न पाए उन से हाल-ए-दिल कभी
और वो समझे नहीं ये ख़ामुशी क्या चीज़ है !!
उनकी निगाहें बहुत कुछ कहती है
पर जुबां अक्सर खामोश रहती है !!
Khamoshi Alfaaz Shayari

मैंने अपनी एक ऐसी दुनिया बसाई है
जिसमें एक तरफ खामोशी और दूसरी तरफ तन्हाई है !!
कभी हम भी कहते फिरते थे इश्क की बातें
आज खुद पे एहसास हुआ तो हमें खामोशियाँ रास आ गयी !!

बोलने से जब अपने रूठ जाए
तब खामोशी को अपनी ताकत बनाएं !!
कैसे कह दूँ मैं सपनों को जीने की ख़्वाहिश नहीं
हाँ मैं ख़ामोश रहती हूँ पर मन ही मन बोलती हूँ !!
लोग कहते है कि वो बड़ा सयाना है
उन्हें क्या पता खामोशी से उसका रिश्ता पुराना है !!
Khamoshi Par Shayari

जब कोई बाहर से खामोश होता है
तो अंदर बहुत ज्यादा शोर होता हैं !!
ख़ामोशी में आवाज़ का किरदार कोई है
जो बोलता रहता है लगातार कोई है !!

वक्त तुम्हारे ख़िलाफ़ हो तो खामोश हो जाना
कोई छीन नहीं सकता जो तेरे नसीब में है पाना !!
हम तो यूँ ही ख़ामोश थे पर तुम खफ़ा मान बैठे
हमें फासला नहीं दिखता और तुम जुदा मान बैठे !!
वक्त तुम्हारे ख़िलाफ़ हो तो खामोश हो जाना
कोई छीन नहीं सकता जो तेरे नसीब में है पाना !!
Dard Khamoshi Shayari

दर्द हद से ज्यादा हो तो आवाज छीन लेती है
ऐ दोस्त कोई खामोशी बेवजह नहीं होती है !!
प्यार की जुबान खामोश होती है
फिर भी सब कुछ बोल देती है !!

तेरा चुप रहना मेरे ज़हन में क्या बैठ गया
इतनी आवाज़ें तुझे दीं कि गला बैठ गया !!
सांसें शोर मचा रही है, जुबां बिल्कुल खामोश है
दोनों के बीच की लड़ाई में न जाने किसका दोष है !!
उसने कुछ इस तरह से की बेवफाई
मेरे लबो को खामोशी ही रास आई !!
Teri Khamoshi Shayari

तेरी खामोशी, अगर तेरी मजबूरी है
तो रहने दे इश्क कौन सा जरूरी है !!
तुम खामोश हो पर तुम्हारा दिल बोल रहा है
तुम्हारे खामोश होने का हर राज खोल रहा है !!

जरा ख्याल की जिए मर न जाऊँ कहीँ
बहुत जहरीली है तेरी ख़ामोशी मैं पी न जाऊँ कहीँ !!
दिल की बात कैसे समझाऊं
तेरी खामोशी कैसे मिटाऊं !!
लोगों की परवाह नहीं तेरी ख़ामोशी का डर है
तू ही मेरी दुनिया है तू ही मेरा घर है !!
Khamoshi Shayari in English

Saanson Ko Chhalni, Jigar Ko Paar Karati Hai
Khamoshi Bhi, Bade Salike Se Waar Karti Hai.
Dekh Kar Tasveer Usaki Chehara Ashkon Se Bhar Jaata Hai
Samandar Aankhon Ka Yuhi Khamoshi Se Bah Jaata Hai.

Bahut Alag Sa Hai Mere Ishq Ka Haal
Uski Khamoshi Aur Mere Lakhon Savaal.
Baad Muddat Ke Khamosh Hue Hai Yun Hi Rehne Do
Nahi Karna Mujhe Naam Hamain Badanaam Hi Rehne Do.
Kin Laphjo Mein Likhu Me Tere Intajaar Ko
Gumnaam Ishq Hai Dhoondta Hai Khamoshi Se Tujhe.